माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
'तेरी हर अदा मुझे खूप भाती है । तुम दूर हो मगर सपनो की साथी है ।
सोचता है जब मेरा यह दिल । याद तुम्हारी ही तो आती है ।
भूल न जाना कभी तुम्ही हो एक । जो मुझको रात दिन सताती है । Sanjay R.
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