मिलता है दिलको सुकुन
देखकर तस्वीर तुम्हारी ।
होती अगर साथ तो
सवरती जिंदगी हमारी ।
गुनगनाते कभी मनही मन
जब याद तुम्हारी आती ।
कवी तो हम है नही पर
नजाने कैसे कविता हो जाती ।
दिलकी बाते दिलही जाने
मोहब्बत कैसे होती ।
शायद दिलकी आवाज
तुम तक पहुच जाती ।
Sanjay R.