Tuesday, November 21, 2017

" कत्ल "

देखा एक नजर जब
आखोमे तेरी ।
जाने कब मेरा
कत्ल ये दिल हो गया ।

बची है कुछ
सांसे अभी ।
के रुकने के पहले
दिल धडक गया ।

आह भी ना निकली
ना आसु टपके ।
कानोमे मेरी वो
कुछ कह गया ।

वक्त आया आखरी
फिरभी लगी है आस ।
अलविदा कहने
दिल तरस गया ।
Sanjay R.

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