Sunday, September 8, 2019

" कैसे मनाऊ दिल तुझे "

कैसे मै मनाऊ तुम्हे
कैसे समाझावू तुम्हे ।
देखकर राह तुम्हारी
कुछ तो हो रहा हमे ।

हालत क्या दिलकी
कैसे कहू मै तुम्हे ।
ख्वाईश दिलमे मेरे
हसता देखू तुम्हे ।

दूर ना जाना कभी
साथ रहना हमे ।
मंजिल तो एकही है
पर खोना नहीं है तुम्हे ।
Sanjay R.

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