माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
आप ऐसे दोस्त हमारे समंदरके बस दो किनारे । इक ओर हो बस हम और दुसरी ओर चांद तारे । Sanjay R.
सार्थ केलास तु जन्म वीरा । लाभला आम्हा तुज जैसा हीरा । लढलास शत्रुशी देउन काळजासी चिरा । सलाम आमुचा तुज शुर विरा । Sanjay R.
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