Friday, December 28, 2018

" जिंदगी क्या है तू "

देखी जब तस्वीर उनकी ।
न जाने दिलको क्या हुवा ।
खो गये तस्वीरमे और लगा
जिंदगी है आग और हम धुवा ।

हर कदम हर वक्त बस
जलते रहे हम ।
ना आखो मे असू
ना दिल मे गम ।
फिरभी लागता
जिंदगीमे कुछ तो है कम ।

रास्ता लंबा कितना
चालते राहना है अब ।
सुख दुःख तो साथी है
पर कोई न होगा तब ।
Sanjay R.

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