माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
देखा आखोमे उनके और मिली नजरसे नजर ।
न रही अब रात दिन मुझको मेरीही खबर ।
कैसी है ये जिंदगी कैसा यह सफर ।
करे इंतजार आखे और उठे दिलमे लहर ।
सारी रात जागु मै और सोये सारा शहर ।
चुराई मेरी नजर पर नही उनको खबर । Sanjay R.
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