माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
यु ही तुम हमे ऐसे तडपाया ना करो । एक झलक रोज तो युही दिखाया करो ।
लगती हो तुम हमे जन्नत की कोई परी । सह न पायेंगे अब हम बीचकी यह दुरी ।
लिये हु दिलमे मिलन की एक आस । कहो कब आयेगा वो दिन जो होगा हमारा खास । Sanjay R.
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