Tuesday, December 12, 2017

" उमंग "

दिलमे उमंग
एक तरंग ।
सफर चांदका
चांदनीके संग ।
होतेही सवेरा
सुरजका रंग ।
चले दो कदम
सपना भंग ।
आसमा निला
बादलोकी जंग ।
चल दिये फिर 
हवाके संग ।
फिर उमंग
फिर तरंग ।
Sanjay R.

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