माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
कुछ रीश्तेही कुछ ऐसे होते । बहोत दुर लेकीन दिलके करीब होते ।
हर वक्त हर लम्हा बार बार याद आते । ओठो पर हसी और आखोमे आसु दे जाते ।
लाख कोशीश कर लो भुलाये न कभी भुलते । तब हमभी उनकी उन यादोमे खो जाते । Sanjay R.
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