माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
कभी उनको भी हमारी याद आये । गगनमे तुटते तारोंकी झडी लग जाये । क्या कहे दिलसे दिलको वो अपनाये । दिल ही दिलमे हम गीत गुनगुनाये । Sanjay R.
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