जो आज है हमारा
वो कल न होगा ।
शायद आज से कल
खुबसुरत होगा ।
चलो चले दुर थोडा
रास्ता आगे और होगा ।
Sanjay R.
Monday, April 17, 2017
" रास्ता और होगा "
Saturday, April 15, 2017
" सुर संगीतके "
हो तुम कितनी
दुर फिर भी
लगता मुझे
हो पास मेरे ।
करता हु जब
याद तुम्हे
झिलमिलाते है
चांद सितारे ।
ओठोसे फिर
गुनगुन करते
ख्वाबो के ही
गीत प्यारे ।
तु मुझमे
मै तुझमे
संगीत के वो
सुर सारे ।
Sanjay R.
" कहानी अधुरी "
तुम तो हो मरे
व्खाबो की परी ।
कैसे सोचु मै बता
अपने दिलकी दुरी ।
तुम ही कर दो अब
मेरी चाहत पुरी ।
रह न जाये प्यारकी
कहानी यह अधुरी ।
Sanjay R.
Friday, April 14, 2017
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