माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
हो तुम कितनी दुर फिर भी लगता मुझे हो पास मेरे । करता हु जब याद तुम्हे झिलमिलाते है चांद सितारे । ओठोसे फिर गुनगुन करते ख्वाबो के ही गीत प्यारे । तु मुझमे मै तुझमे संगीत के वो सुर सारे । Sanjay R.
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