माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
जा ले जा मेरा यह पैगाम कही दुर । जहा कोइ कर रहा है इंतजार । हे दुनियावालो यही है मेरा प्यार । ना करना इसका तुम इनकार । सिवा इसके जिंदगीमे कैसे आयेगी बहार । © Sanjay R.
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