माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
कब उनसे मुलाकात होगी । लब्ज दो चार पर बात होगी । हो किस्मत तो जिंदगी साथ होगी । वरना दिलमे वही याद होगी । निकले जब अरमानोकी कश्ती सवार उसमे दिलकी आहत होगी । Sanjay R.
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