Saturday, September 12, 2015

" तुझी अदा "

खळखळुन हसायची
हीच तुझी अदा ।
मनाला सुखाउन जाते
आणी होतो फीदा ।
Sanjay R.

वाह वा
क्या अदा ।
हो गये हम
आपपे फीदा ।
मुस्कुराती रहो
तुम सदा ।
ना होना कभी
हमसे जुदा ।
साथ होंगे आपके
आपके सदा ।
जिंदगीका यही
करते है वादा ।
Sanjay R.


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