माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
चल कही दुर उड चले हम । यही वो रास्ते ना आसमा कम । खुशीयोके पंख ना कोइ गम । साथ बादलोका बारीश झम झम । लमहा खुशीयोका तुम ऑर हम । Sanjay R.
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