माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
"दिल की बात" बात दिलकी जब करे हम उसपे ना किसीका जोर ना है वह कमजोर । बस सावन का महीना और पवन का सोर । कभी इस ओर तो कभी उस ओर । Sanjay R
रुठने मनाने का नाम है जिंदगी दो कदम बढो आगे खुशीयोभरी है ये जिंदगी । Sanjay R.
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