मंगल मुर्ती मोरया ।
गजानना लंबोदरा ।
विनायका सिद्धेश्वरा ।
तुम्हीच आता क्रुपा करा ।
दुराचारी बहु आनंदी
व्यथीत झाली ही धरा ।
सिंचीती कष्टकरी घाम
दुखः तयांची तुमहीच हरा ।
Sanjay R.
दुआ हम भी मांगेंगे भगवानसे
भर दे दामन आपका खुशीयोसे
हसरते पुरी हो आपकी शानसे
हो सकेतो मिला दे अपनी जानसे ।
Sanjay R.
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