माझ्या कविता - By Sanjay Ronghe
कुछ खो गया है नही कुछ हो गया है । सारा जहां सो गया है । चैन हमारा ले गया है । Sanjay R.
तुझं बोलणं तुझं हसणं दुर असणं मनात ठसणं एकच गाणं नाही लागत मण तज वीण जड जातोय एक एक क्षण Sanjay R.
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