तुझ्या हसण्याचा
गोड मधुर स्वाद ।
तुझ्या असण्यचा
मजुळ असा नाद ।
तुझ्या रुसण्याचा
नसतो मग संवाद ।
नेत्र मग शोधतात तुला
मिटतात सारे विवाद
Sanjay R.
Sunday, December 20, 2015
फक्त तु
Friday, December 18, 2015
साथ साथ
याद है तुम्हे
एक रोज जब
थे हम साथ साथ
लिये हाथो मे हाथ ।
हुयी थी थोडी रात
और आई थी बरसात ।
कप कपा रहे थे दात
तबभी दीया होठो ने साथ ।
दील को हुवा कुछ संतोष
होठोने की जब बात ।
आजभी लीये उन शब्दोको
जी रहे हम साथ साथ ।
Sanjay R.
जिंदगी हमे जीना है
मिला है जब जनम हमे
जिंदगी तो जीनी है ।
एक दीन मौत को भी तो आना है
साथ उसके भी हमे जाना है ।
तब तक दील जो भी चाहे
वो सब कुछ हमे करना है ।
दो चार दीन कुछ
मील जाये अगर जादा
वो भी हमे जीना है
Sanjay R.
Sunday, December 13, 2015
" जिंदगी "
जिना मरना सच है यारो
कोई उसको दिलसे पुकारो ।
षास तुम्हारे वो है यारो
जिवन अपना उसीका प्यारो ।
सुख दुख इसमे तुमही सवारो
जिंदगीसे तुमकभी ना हारो।
Sanjay R.
बघ जरा फोटोत
हीच तुझी अदा
फिरवते भोवती तुझ्या ।
कुणास ठाव कधी
एक नजर तुझी
घर करेल ह्रुदयात माझ्या ।
Sanjay R.
Saturday, December 12, 2015
" गणित जिवनाचे "
आयुष्यच्या गणीताची
बेरीज वजा बाकी काही करा ।
गणीत मोठे जरी असले तरी
मनातला अंक मनातच धरा ।
गुणाकार भागाकार यात
मुख्य स्थानी शुन्यच खरा ।
सोडा सारे गणीत आता
उचलु सारे जिवनाची धुरा ।
Sanjay R.
सबकुछ पाया हमने
ना हुवा कुछ कम ।
फिर भी ये दिल न भरा
अबभी दिलको है कुछ गम ।
दुख दर्दसे भरी यह जिदगी
जबभी देखो आखे भी नम ।
दो चार लब्ज और एक हसी
यही है चाहत जागेगा दम ।
Sanjay R.
बघुन तुझी अदा
मन झाले फीदा ।
विसरु कसा सांग तुज
आठवणीत तुच सदा ।
का कशी हरवलीस तु
मनी माझ्या हीच व्यथा ।
Sanjay R.